उनकी ख्वाहिशों के पन्ने पलटने में दिन रात गुजरने लगा है-Hindi shayari | shayari Sangrah | love shayari
उनकी ख्वाहिशों के पन्ने पलटने में दिन रात गुजरने लगा है हर खुशी देने का इंतजाम कर रहा हूं हर धड़कन में रहने लगी है बेतहाशा प्यार करने लगा हूं
मेरे जिंदगी में मोहब्बत का रस इस तरह घोल दो तन्हाइयों का नामोनिशान तक मिट जाए हर वक्त खुशियों में जीने का ठिकाना मिले अपनी ख्वाहिशों में कोई अधूरापन नहीं चाहता हूं